REI Rajasthan Education Initiative

REI➤ Rajasthan Education Initiative
राजस्थान शिक्षा पहल

राजस्थान शिक्षा पहल (REI) राजस्थान में शिक्षा के बहुआयामी विकास और उसमें सूचना संप्रेक्षण तकनीकी समाविष्ट करने तथा शैक्षिक गुणवत्ता की दुष्टि से सितम्बर, 2005 (वर्ष 2005-06 ) में प्रारंभ किया गया शैक्षिक उन्नयन कार्यक्रम है।
• वर्ष 2009-10 से REI को र्वशिक्षा अभियान (SSA) की कार्य योजना में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (Public-Private-Partnership, PPP) कंपोनेण्ट के रूप में शामिल किया गया ।
• इसका संचालन राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद् करती है। कार्यक्रम का मूल उद्देश्य शैक्षिक सेवाओं के प्रदान करने के स्तर को सुधारना एवं प्राथमिक शिक्षा के सार्वजनीकरण के लक्ष्य को प्राप्त करना है।
• REI का अन्य उद्देश्य शैक्षिक गुणवत्ता बालिका शिक्षा,शिक्षक प्रशिक्षण, लाइफ स्किल्स, विद्यालय स्वच्छता, सैनिटेशन, समतामूलक समाज की स्थापना, नामांकन और ठहराव, लैंगिक असमानताओं को कम करना, भौगोलिक व शारीरिक असंतुलनों को दूर करना, ICT व गैर ICT हस्तक्षेपों के माध्यम से कौशल विकास करना व अधिगम स्तर में वृद्धि करना है।

• राजस्थान सरकार ने जॉर्डन एज़केशन इनीशिएटिव (JEI) की सफलता से प्रेरणा लेकर राज्य में यह कार्यक्रम प्रारंभ किया है।
• REI राज्य सरकार व निजी क्षेत्र, फाउण्डेशन तथा स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से राजस्थान में सार्वजनिक शिक्षा को बढावा देने का प्रयास है।
• REI एक समग्र रूप में क्रियान्वित की जा रही शिक्षा परियोजना है, जिसके तहत् विभिन्न अंतर्रष्ट्रीय एवं स्थानीय निजी फाउण्डेशन व परिसंघों को शैक्षिक उन्नयन हेतु भागीदार बनाया गया है।
• इस पहल का मुख्य लक्ष्य शिक्षा सेवा प्रदाय प्रणाली में सुधार करना, सभी के लिए प्राथमिक शिक्षा की सीधी एवं आसान पहुँच सुनिश्चित करना, लिंग आधारित भेदों को कम करना, बौद्धिक उन्नयन पर विशेष ध्यान देना एवं विद्यालय में बच्चों के नामांकन एवं ठहराव को बढ़ाना है।

राजस्थान शिक्षा पहल /REI के उद्देश्य :

• शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में लाना।
• शिक्षा की विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी के माध्यम से राज्य में शैक्षिक सबलीकरण करना।
• राज्य में गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप का उपयोग करना।
• कम्प्यूटर शिक्षा के माध्यम से राज्य में स्कूली शिक्षा का सुदृढ़ीकरण करना।
• प्राथमिक शिक्षा का सार्वभौमीकरण करना एवं विशेषज्ञों के सहयोग से लैंगिक भेदों को न्यूनतम करना।
• पौष्टिक भोजन, शुद्ध पेयजल, आधुनिक शौचालय सुविधाएँ आदि गुणवत्ता आधारित आयामों की प्रदायगी द्वारा बच्चों का सर्वांगीण विकास करना।
• शैक्षिक गुणवत्ता, बालिका शिक्षा, शिक्षक – प्रशिक्षण, बच्चों के बौद्धिक उन्नयन एवं विद्यालय स्वच्छता को बढ़ावा देना।
• विशेष आवश्यकता वाले बालकों को गुणात्मक व समावेशी शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराना।
• ICT (Imformation and Communication Technology) एवं Non-ICT के माध्यम से बच्चों में कौशलों का विकास करना एवं उनके आधिगम स्तर को बढ़ाना।
• निजी क्षेत्र के भागीदार अपने साथ व्यापक संसाधन यथा-तकनीक, प्रशिक्षण, नवीनतम ज्ञान एवं विशेषज्ञता लाते हैं ।
इन प्रयासों के द्वारा REI राजस्थान के शैक्षिक परिदृश्य में रूपान्तरण हेतु प्रयासरत है।

REI के मुख्य भागीदार:
• भारतीय उद्योग परिसंघ (CII)
• वैश्विक ई-विद्यालय एवं सामुदायिक पहल (GeSCI)
• विश्व अर्थिक मंच (WEF)
• राजस्थान सरकार (GOR )
REI के अन्य मुख्य भागीदार
Microsoft, Intel, Huwei, बोध शिक्षा समिति, राजस्थान नॉलेज कॉर्पोरेशन लि., नन्दी फाउण्डेशन, अजीम प्रेमजी फाउण्डेशन, के.सी.महिन्द्रा ट्रस्ट एवं हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड व स्टरलाइट फाउण्डेशन आदि।

REI की दो कार्यधाराओं के माध्यम से समन्वित रणनीति
ICT धारा
• छात्रों व अध्यापकों को शैक्षिक प्रक्रिया प्रदान करने हेतु तकनीकी हस्तक्षेप
• इसके तहत् माइक्रोसोफ्ट कंपनी राज्य में कम्प्यूटर साक्षरता का प्रसार करने हेतु ‘प्रोजेक्ट शिक्षा‘ संचालित कर रही है।
• इस क्षेत्र के प्रमुख सहयोगीमाइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन, इन्टेल (Intel), IBM, अजीज प्रेमजी फाउण्डेशन, बौद्ध शिक्षा समिति, भारतीय फाउण्डेशन, अमेरिकी- भारतीय संघ, ब्लोसम्स चेरिटेबल ट्रेस्ट, हिन्दुस्तान जिंक लि., CISCO एवं Huwei आदि हैं।

गैर ICT धारा
प्रभावी शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया हेतु सामाजिक रूप से सार्थक व नवाचारी पद्धतियों का प्रयोग, जिससे गुणात्मक एवं प्रभावी अधिगम पर्यावरण का निर्माण हो सके एवं अधिगम प्रक्रिया सरल हो।

स्कूल एजुकेशन क्वालिटी इंडेक्स (SEQI):
मानव संसाधिन विकास मंत्रालय, भारत सरकार एवं नीति आयोग द्वारा देश के विद्यालयों के 7 आयामों यथा-
1. स्कूल संसाधन,
2. शिक्षण अधिगम एवं आकलन,
3. बच्चों की प्रगति, उपलब्धि एवं विकास,
4. अध्यापकों के कार्य निष्पादन का प्रबंधन एवं व्यावसायिक विकास,
5. विद्यालय नेतृत्व एवं प्रबंधन,
6. समावेशन, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा तथा
7. समुदाय की सहभागिता के साथ-साथ विद्यालय के नामांकन एवं गतवर्ष के परीक्षा परिणाम तथा उपस्थिति आधारित आँकड़ों के आधार पर स्कूल एजुकेशन क्वालिटी इंडेक्स ज्ञात कर रैंकिंग जारी की जाती है। इस हेतु नीति आयोग द्वारा निर्धारित शाला सिद्धि पोर्टल पर अपेक्षित सूचनाएँ अपलोड की जाती हैं।

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